झांसी। गांव में रहने वाले लोगों तक बैंकिंग सेवाएं आसानी से पहुंचाने के मकसद से उत्तर प्रदेश सरकार बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी योजना को मजबूती प्रदान करने के लिए काम कर रही है। सभी ग्राम पंचायतों में इस योजना के तहत बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट सखी यानि बीसी सखी की नियुक्ति की जा रही है। झांसी जिले में 350 ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की तैनाती हो चुकी है जबकि शेष ग्राम पंचायतों के लिए चयनित बीसी सखी के प्रशिक्षण और रिक्त पंचायतों के लिए चयन की प्रक्रिया चल रही है।
ग्रामीणों को आसान बैंकिंग सेवा में मदद
बीसी सखी के माध्यम से गांव में रहने वाले लोग सरकारी स्कीम आधारित सब्सिडी, मजदूरी आदि की रकम आसानी से निकाल सकते हैं। बैंक खातों में जमा और निकासी, नए खाते खोलने की सुविधा भी गांव के लोगों तक बीसी सखी के माध्यम से आसानी से पहुंचती है। बीसी सखी के रूप में उसी ग्राम पंचायत की महिला अभ्यर्थी को चयनित किया जाता है। चयनित बीसी सखी को प्रशिक्षण दिया जाता है और उसके बाद उसे तैनाती दी जाती है।
सभी ग्राम पंचायतों में होगी तैनाती
झांसी जिले में 350 ग्राम पंचायतों में बीसी सखी तैनात हो चुकी हैं। इनके अलावा चयनित 68 बीसी सखी को प्रशिक्षण दिया जाना है, जिसके बाद उन्हें भी ग्राम पंचायतों में तैनाती दे दी जाएगी। झांसी के सभी 496 ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की तैनाती होनी है। जिन ग्राम पंचायतों में बीसी सखी के पद रिक्त हैं, उनके लिए प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही उनकी भर्ती कर ली जाएगी। झांसी के उपायुक्त स्वतः रोजगार अजय कुमार ने बताया कि गांव के लोगों को सुगम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराने के मकसद से हर ग्राम पंचायत में एक बीसी सखी की तैनाती होनी है।