झांसी। बुंदेलखंड के ऐतिहासिक शहर झांसी में नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी लम्बे चौड़े दावे करता है लेकिन इन दावों की पोल खोलती दिख जाती है वार्ड संख्या 31 में स्थित महेंद्र पुरी कालोनी में। यह इलाका झांसी का एक प्रमुख आवासीय क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में परिवार निवास करते हैं। कॉलोनी के निवासी, जिनमें से अधिकांश नियमित रूप से हाउस टैक्स, बिजली बिल और कचरा टैक्स का भुगतान करते हैं, लंबे समय से सड़क और जल निकासी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
कॉलोनी में पटेल किराना स्टोर के पास खाती बाबा मंदिर से लेकर कुशवाहा जी के मकान तक जाने वाला रास्ता, जो लगभग 100 मीटर लंबा और 24 मीटर चौड़ा है, वर्षों से उपेक्षित है। इस रास्ते पर हमेशा पानी लग जाता है, जिससे यहाँ से आने जाने वाले लोगों को काफ़ी परेशानी होती है। सड़क और नाली न होने से कॉलोनी के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के मौसम में सड़क पर पानी भर जाता है, जिससे आवागमन कठिन हो जाता है। गंदगी और जल भराव के कारण मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बना रहता है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद, नगर निगम की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। निवासियों की मांग है कि इस सड़क पर नाली का निर्माण और एपेक्स बिछाने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए। मांग है कि प्रशासन उनकी शिकायतों पर ध्यान दे और इस समस्या का स्थायी समाधान निकाले। यदि नगर निगम द्वारा शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो क्षेत्र के निवासी आंदोलन का रुख भी अपना सकते हैं।