झांसी। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना के अंतर्गत प्रभावित किसान परिवारों को बुधवार को सहायता राशि के चेक वितरित किए। कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने किसान परिवारों को चेक प्रदान किये।
…किसानों के परिवारों के लिए संबल है ये योजना
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना के बारे में बताया कि प्रदेश सरकार ने इस योजना को इसलिए शुरू किया है ताकि राज्य के किसानों की स्थिति को बेहतर किया जा सके और इनके परिवार को कभी भी आर्थिक संकट से गुजरना ना पड़े। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना एक तरह का बीमा है जिसके माध्यम से सरकार दुर्घटना में मारे गए अथवा दिव्यंगता को प्राप्त किसानों के परिवार को आर्थिक लाभ दे रही है। इससे उनको अपनी आर्थिक हालत सुधारने में काफी मदद मिल रही है।
45 दिन में मिलेगा मुआवजा
डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना के अंतर्गत राज्य में रहने वाले किसानों की अगर कृषि कार्य करते हुए दुर्घटना में मृत्यृ हो जाती है तो सरकार की ओर से उनके परिवार को मुआवजा दिया जाएगा और यदि वह विकलांग हो जाता है, तो भी उसके परिवार को सहायता राशि दी जायेगी, जिससे किसान के परिवार की इस धनराशि से आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में मरने वाले किसान के परिवार वालों को सरकार की ओर से 45 दिन के भीतर मुआवजे की धनराशि मिल जाएगी।
पीड़ित किसानों और परिजनों को मिला मुआवजा
मंडी समिति झांसी के सभापति वरुण कुमार पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना के अन्तर्गत अच्छादित होने वाले कृषक भैयालाल की खेत पर कार्य करते समय मृत्यु होने पर उनकी पत्नी रामश्री को रूपये 3,00,000.00 की सहायता धनराशि का चेक प्रदान किया गया। अनुज राजपूत को खेत पर थ्रेसिंग करते समय दोनों पैर कट जाने पर रूपये 75,000.00 की सहायता धनराशि का चेक प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री खेत-खलिहान अग्निकाण्ड सहायता योजना के अन्तर्गत योजना से अच्छादित होने वाले कृषक यशपाल सिंह को रूपये 30,000.00 की सहायता धनराशि की चेक वितरित की गयीं।