झांसी। भारतीय हिंदी परिषद के 47वें अधिवेशन की पूर्व संध्या पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त हिंदी विभाग को दो तोहफे मिले। हिंदी विभाग में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए एक नए कक्ष का उद्घाटन केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के उपाध्यक्ष प्रो. सुरेंद्र दुबे और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। प्रो. सुरेंद्र दुबे द्वारा अपनी रचनाओं की पांडुलिपि भी विभाग के बुंदेली वीथिका को भेंट की गई।
इस अवसर पर प्रो. सुरेंद्र दुबे ने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में अपने कुलपति कार्यकाल के दौरान जिस सोच के साथ हिंदी विभाग की स्थापना की गई थी, विभाग उसी राह पर अग्रसर है। मुझे इस बात का सुकून है कि जो पेड़ मैंने लगाया था, वह आज पल्लवित हो रहा है। प्रो. मुन्ना तिवारी के नेतृत्व में विभाग हर रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
कुलपति प्रो. मुकेश पाण्डेय ने कहा कि हिंदी विभाग में विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह एक सुखद बात है कि बड़ी संख्या में बच्चे हिंदी में रुचि ले रहे हैं। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए इस नए अध्ययन कक्षा का उद्घाटन किया गया है। इसके साथ ही प्रो. सुरेंद्र दुबे के रचनाओं की पांडुलिपि विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग को प्राप्त होना गौरव की बात है। इससे विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
अतिथियों का स्वागत हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मुन्ना तिवारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. अचला पांडेय, डॉ श्रीहरि त्रिपाठी, डॉ बिपिन प्रसाद, डॉ. प्रेमलता श्रीवास्तव, डॉ. सुनीता वर्मा, डॉ. सुधा दीक्षित, आकांक्षा सिंह, रिचा, रजनीश, अजय शंकर तिवारी आदि मौजूद रहे।