झाँसी। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर अक्टूबर महीने में जनजागरूकता अभियान की शुरुआत पदयात्रा से होगी। कार्यक्रम की योजना और तैयारियों को लेकर फिल्म अभिनेता और संयोजक राजा बुंदेला ने चित्रकूट से यात्रा निकाली, जिसका झाँसी में बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के फाउंडर दिवंगत शंकरलाल मेहरोत्रा के निवास पर समापन किया गया।
यात्रा की शुरुआत 23 अगस्त को चित्रकूट में भगवान कामतानाथ व संतों का आशीर्वाद लेकर की गई थी और 24 को बाँदा, 25 को महोबा, 26 को हमीरपुर, 27 को उरई व 28 को ललितपुर में भ्रमण के पश्चात 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर इसका समापन झाँसी में हुआ।
झाँसी में समापन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में राजा बुंदेला ने कहा कि बुंदेलखंड के विकास को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार संकल्पित है। सरकार ने एक्सप्रेस-वे, डिफेन्स कारिडोर, हर घर नल जल से लेकर तमाम विकास परक कार्य किए है, लेकिन समग्र विकास के लिए बुंदेलखंड राज्य का निर्माण जरूरी है।
उन्होंने नारा देते हुए ‘सौ बीमारियों का एक इलाज और वह है पृथक बुंदेलखंड राज्य’ का उद्घोष किया। उन्होंने कहा कि हाल में छोटे राज्यों को बनाने का श्रेय भाजपा को ही है। भाजपा के चुनावी एजेंडे में भी पृथक बुंदेलखंड राज्य का मुद्दा शामिल रहता रहा है। पृथक राज्य को लेकर स्वर्गीय शकरलाल मेहरोत्रा के समय में लगभग डेढ़ दशक पहले तमाम जनांदोलन हुए। रेल रोकी गई। चक्काजाम हुए। विधानसभा में पर्चे फेंके गये और हिंसक आंदोलन हुए।
राजा बुंदेला ने कहा कि अक्टूबर महीने में होने वाली पदयात्रा की तैयारियों और जनसम्पर्क के लिए बुंदेलखंड का दौरा किया गया। पदयात्रा का संयोजन बुंदेली सेना के संयोजक डॉ आश्रय सिंह को सौंपा गया है और इसमें बुंदेलखंड राज्य के लिए आंदोलनरत हर संगठन का आवाहन किया गया है। ललितपुर में यात्रा का नेतृत्व बुन्देलखण्ड विकास सेना के संयोजक हरीश कपूर टीटू करेंगे तो झाँसी में बुदेलखंड क्रांति दल और बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा और उरई में बुंदेली सेना व अप्रवासी बुंदेलखंडियों के संगठन अपनौ बुंदेलखंड ट्रस्ट को सौपा गया है।
इस अवसर पर मौजूद बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हरिमोहन विश्वकर्मा ने कहा कि अब केवल इस आंदोलन को वैचारिक रूप से तेज करने की जरूरत है। इसी विचार क्रांति को लेकर और व्यापक जनसमर्थन जुटाने के लिए अक्टूबर महीने में पद यात्रा की शुरुआत होगी, जिसका नेतृत्व राजा बुंदेला करेंगे और 12 अक्टूबर को झांसी मंडल के ललितपुर जनपद में तुवन मंदिर प्रांगण से पदयात्रा की शुरुआत होगी। इसके बाद जनवरी या फरवरी में चित्रकूटधाम मंडल में पदयात्रा का दौर चलेगा।
इस अवसर पर पदयात्रा के संयोजक डॉ आश्रय सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड के दौरे में समाज के विभिन्न वर्गों से भेंट कर जनसमर्थन जुटाया जाएगा। पदयात्रा में सहयोगी दलों बुंदेलखंड विकास परिषद दिल्ली, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा, बुंदेलखंड क्रांति दल, बुंदेलखंड यूथ आर्गनाईजेशन, बुंदेलखंड विकास सेना ललितपुर, बुंदेलखंड युवा मोर्चा समेत लगभग एक दर्जन संगठनों से बात हो चुकी है और इनके प्रतिनिधि पदयात्रा में साथ चलेंगे। साथ ही साधु-संत, व्यापारी, किसान, अधिवक्ता और समाज के विभिन्न वर्गों की सहभागिता रहेगी। इस दौरान यात्रा के पड़ाव स्थलों पर बुंदेली कलाकारों द्वारा रोजाना बुंदेली सांस्कृतिक संध्या भी आयोजित की जाएंगी।
प्रेस वार्ता में बुंदेली सेना के संयोजक डॉ आश्रय सिंह गप्पू, बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येंद्र पाल सिंह, संचित मेहरोत्रा, बुदेली सेना जालौन जिलाध्यक्ष शिवम चौहान सोनू, अमित विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक व बुंदेलखंड राज्य आंदोलन के नवोन्मेषक स्वर्गीय शंकरलाल मेहरोत्रा को श्रद्धांजलि दी गई।