झांसी। निसंतानों को अब संतान पाने के सुख की चाहत में उपचार के लिए दूसरे शहरों में नहीं भटकना पड़ेगा क्योंकि बुंदेलखंड के झांसी जनपद में आधुनिक तकनीक के द्वारा इसका उपचार कराना संभव होगा, जिससे जनपदवासियों को अब महंगे इलाज से राहत मिलेगी। मेवा चौधरी धीरज टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर की चिकित्सक दिव्या अग्रवाल गायनेकोलॉजिस्ट एवं आईवीएफ स्पेशलिस्ट व उदयपुर से आये चिकित्सक धीरज सिंह राणावत वरिष्ठ भ्रूण वैज्ञानिक एवं लैब डायरेक्टर ने संयुक्त रुप से पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि बुंदेलखंड के झांसी में उदयपुर की टीम हर समय उपलब्ध रहेगी। अभी तक आधुनिक तकनीक के द्वारा निसंतान के उपचार की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी। इस कारण ज्यादातर दंपत्ति चिकित्सक से परामर्श लेने तथा उपचार के लिए बाहर जाने को विवश थे परंतु अब यह सुविधा महानगर में हमारे द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है।
उदयपुर से आये चिकित्सक धीरज सिंह राणावत ने बताया कि सेंटर में आधुनिक तकनीक ब्लास्टोसिस्ट एम्ब्रियो कल्चर एवं फ्रोजेन एम्ब्रियो ट्रांसफर जैसी तकनीकी सुविधा उपलब्ध है, जिससे सक्सेस दर कई गुना अधिक बढ़ जाती है। यहां अभी तक कई निसन्तान दम्पत्ति माता-पिता बनने में सफल हुए हैं। इनफर्टिलिटी आईवीएफ सेंटर ने माता-पिता बनने की खुशी दी है। छतरपुर, राठ, मोठ जैसे कई शहरों के परिवारों के घर में खुशियों की किलकारी गूंजी हैं। बुंदेलखंड के अंदर यह पहला अत्याधुनिक सेंटर है। इसके संचालन से बुंदेलखंडवासियों को काफी लाभ होगा। अन्य शहरों में इलाज कराने के लिए दंपत्ति को बाहर जाना पड़ता था, जिसके कारण इलाज के साथ-साथ आने-जाने में और रुकने में उनका काफी पैसा खर्च होता था। यह सेंटर झांसी में स्थापित कर झांसी सहित बुंदेलखंड के लोगों को राहत देने का कार्य किया है। इसके साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर दंपत्ति को इस इलाज में राहत देते हुए इस पर आने वाले खर्च की धनराशि को किश्तों में देने की भी सुविधा प्रदान की है। उद्देश्य है कि रियायती दरों में निराशावान दंपत्ति का इलाज कर उन्हें संतान का सुख दिला सके। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डॉ आलोक अग्रवाल आर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट उपस्थित रहे।